अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण उत्तर भारत के अधिकांश स्थानों पर मौसम की मार ज़्यादा पड़ती है। यानी गर्मी में जलती गर्मी और सर्दी में कड़ाके की ठंड।
गर्मी के मौसम में जहाँ एयर कंडीशनर की ज़रूरत पड़ती है वही सर्दी के मौसम में रूम हीटर की।
लिहाज़ा बिजली का बिल हमें झटका देने लगता है।
रूम हीटर वाट (Room Heater Watt)
एक रूम हीटर जितनी गर्माहट देता है, यह क्षमता उसकी “वाट क्षमता” (wattage) पर निर्भर करती है। अगर वाट क्षमता ज़्यादा है तो रूम हीटर ज़्यादा गर्माहट देगा और अगर वाट क्षमता कम है तो रूम हीटर कम गर्माहट देगा।
ध्यान देने वाली बात यह है कि अगर वाट बढ़ती है तो बिजली के खपत (room heater electricity consumption) भी बढ़ जाती है। इसलिए रूम हीटर का प्रभावी ढंग से उपयोग करना आवश्यक है।
रूम हीटर की वाट क्षमता 400 W से 2000 W (या 2 kW) के बीच होती है। अगर वाट क्षमता ज़्यादा है तो रूम हीटर ज़्यादा गर्माहट देगा और अगर वाट क्षमता कम है तो रूम हीटर कम गर्माहट देगा।
यदि 400 W हीटर 1 घंटे तक चलता है तो यह 0.4 यूनिट की खपत करेगा जबकि 2000 W हीटर 1 घंटे तक चलने पर 2 यूनिट की खपत करेगा। यानी अधिक गर्माहट, अधिक वाट क्षमता और इस प्रकार अधिक यूनिट्स की खपत होती है।
अगर 400 W रूम हीटर का इस्तेमाल किया जाता है, तो उससे निकलने वाली गर्माहट पूरे कमरे में नहीं फैलेगी और गर्माहट महसूस करने के लिए आपको रूम हीटर के क़रीब बैठना पड़ता है यानी यह छोटे कमरे के लिए अच्छा रहेगा। लेकिन अगर आपको बड़े कमरे को गर्म रखना है तो 2 kW का रूम हीटर उचित रहेगा।
सवाल उठता है कि हम समझदारी के साथ रूम हीटर का इस्तेमाल कैसे करें ताकि हमें पर्याप्त गर्माहट भी मिले और बिजली का बिल भी ज़्यादा न आये।
बिजली का बिल कम कैसे रखें
एडजस्टेबल वॉटेज रूम हीटर को चुनें
- कई रूम हीटर, एडजस्ट करने वाले वाटेज नॉब (wattage knob) के साथ आते हैं जिससे वाट क्षमता को अपनी ज़रूरत के अनुसार सेट किया जा सकता है।
- यदि आपके कमरे का आकार छोटा है, तो अपने रूम हीटर के नॉब को कम वाट क्षमता पर सेट करें।
- अपने कमरे में सही इंसुलेशन रखें ताकि कमरा जल्दी गर्म हो जाए।
- हालांकि कम वाट क्षमता कम गर्माहट पैदा करेगा लेकिन सही इन्सुलेशन गर्मी/ तापमान को कमरे के अंदर बनाए रखेगा।
- साथ ही कम वाट क्षमता का मतलब कम बिजली की खपत (room heater power consumption) है।
- इस तरह आप न केवल अपने कमरे को अधिक समय तक गर्म रख सकते हैं बल्कि अपने बिजली के बिल को भी कम कर सकते हैं।
थर्मोस्टैट वाले रूम हीटर चुनें
- थर्मोस्टैट का मतलब है: ज़रूरत के अनुसार तापमान को स्थिर रखना
- इस फ़ीचर वाले रूम हीटर एक ख़ास तापमान / गर्माहट के बाद ऑटो-कट हो जाते हैं यानी बंद हो जाते हैं। और कमरे में ठंडक महसूस होने पर वापस चालू हो जाते हैं।
- यानी थर्मोस्टेट ये पक्का करता है कि कमरे को एक ख़ास तापमान /गर्माहट तक ही गर्म किया जाए।
- इस तरह हीटर हर समय चालू नहीं रहता और बिजली की खपत कम हो जाती है।
- पंखे के हीटर/ब्लोअर का प्रयोग करें और इसे कम तापमान पर सेट करें
- अपने कमरे को गर्म करने और एक ही समय में बिजली बचाने के लिए, अपने पंखे के हीटर को कम तापमान पर सेट करें और अपने कमरे को इंसुलेट करें। पंखा यह सुनिश्चित करेगा कि गर्म हवा पूरे कमरे में पहुंचे और कम तापमान यह सुनिश्चित करेगा कि बिजली की खपत कम हो।
कमरे को इन्सुलेट करें
- काँच से बाहर की ठण्ड पार हो जाती है, इसलिए काँच की बड़ी-बड़ी खिड़कियों को बंद करना काफ़ी नहीं होता बल्कि इनमे मोटे कपड़े का पर्दा लगायें या फिर थर्मोकोल की शीट दे ढकें।
- दरवाज़े के नीचे से आ रही ठंडी हवा को रोकने के लिए मोटे कपड़े का इस्तेमाल करें।