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किचन चिमनी ख़रीदते समय किन बातों का ख़्याल रखें

अपने किचन के लिए बेस्ट चिमनी कैसे ख़रीदें। अच्छी चिमनी के बारे में तमाम तरह की जानकारियाँ जो किसी शो रूम का सेल्स पर्सन शायद ही बताएगा।

किचन की चिमनी ख़रीदना क्यों ज़रूरी है

  • कुछ लोगों को किचन से आने वाली तेज गंध और धुएं से इतनी एलर्जी होती है कि वे इसके संपर्क में आते ही छींकना शुरू कर देते हैं और कुछ दिनों तक सर्दी-जुकाम से परेशान भी रहते हैं1Governmental Authority, National Library of Medicine, Go to source

चिमनी के हिस्से

किचन चिमनी, जिसे तकनीकी रूप से extractor hood कहते हैं, में मुख्य रूप से तीन हिस्से होते हैं:

  1. कैप्चर पैनल (Capture Panel) : यह धुएँ को खींचता है।
  2. ऑयल कलेक्टर्ज़ या ग्रीस फ़िल्टर (Oil Collectors / Grease Filter) : यह तेल और ग्रीस को धुएँ से अलग करता है।
  3. फ़ैन / ब्लोअर (Fan / Blower) : यह धुएँ को चिमनी के अंदर खींचता है या सोखता है।

चिमनी के प्रकार

वेंटिलेशन टाइप के आधार पर चिमनी दो प्रकार की होती है:

डक्टेड चिमनी (Ducted Chimney)

इसमें चिमनी के ऊपर एक मोटा पाइप निकला होता है, जिससे रसोई का धुआँ खींचकर बाहर निकाल दिया जाता है।

  • आइडियल डक्ट साइज़ 8 से 12 फ़ीट होना चाहिए।

डक्ट्लेस चिमनी (Ductless Chimney)

जब रसोई से धुआँ निकलने की जगह न हो तो ऐसी चिमनी इस्तेमाल की जाती है। पाइप वाली चिमनी (ducted chimney) के उलट इस चिमनी में कोई पाइप (duct) नहीं होता बल्कि चारकोल फ़िल्टर होता है जिस पर धुआँ, दुर्गन्ध और तेल के महीन कण चिपक जाते हैं और हवा को साफ़ कर वापस रसोई में डाल दिया जाता है।

फ़िट करने के आधार पर यह दो तरह की होती है: 

दीवार पर लगने वाली (wall mounted chimney)

अगर आप का गैस-चूल्हा रसोई की दीवार के पास है तो इस तरह की चिमनी लेना ठीक रहेगा। इसमें कम से कम पाइपों (ducting pipes) की ज़रूरत पड़ती है, लिहाज़ा कम खर्चे में काम हो जाता है।

छत (सीलिंग) पर लगने वाली (ceiling mounted / island chimney)

अगर आपका गैस-चूल्हा रसोई के बीच है(न कि दीवार के पास), तो इस तरह की चिमनी लेना ठीक रहेगा। इसमें थोड़ा ज़्यादा पाइपों (ducting pipes) की ज़रूरत पड़ती है, लिहाज़ा खर्चा थोड़ा बढ़ जाता है।

फ़िल्टर के प्रकार

मेस / कैसेट फ़िल्टर (Mesh / Cassette filter)

इसमें एल्यूमिनियम की घनी जाली होती है। जब इसमें से हवा पार होती है तो धुआँ, तेल के महीन कण इस महीन जाली पर चिपक जाते हैं।

मेस / कैसेट फ़िल्टर (Mesh / Cassette filter)

मेस / कैसेट फ़िल्टर की खूबियाँ

  • फ़िल्टर को किसी भी डिटेरजेंट + गर्म पानी के घोल से पोंछ कर साफ़ करना आसान होता है।

मेस / कैसेट फ़िल्टर ख़ामियाँ

  • हर 15 दिन में साफ़ करना ज़रूरी होता है, वरना चिमनी ठीक से काम नहीं कर पाती।

बैफ़ल फ़िल्टर (Baffle filter)

इसमें एल्यूमिनियम / स्टील की लेयर होती है जिसमें कट एंड चॉप तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है ताकि धुआँ तेल और मसाले अलग-अलग हो जायें।

बैफ़ल फ़िल्टर (Baffle filter)

बैफ़ल फ़िल्टर की खूबियाँ

  • भारतीय खाना बनाने की पद्धति के लिए अनुकूल
  • ये उन घरों के लिए अच्छी है जहाँ ज़्यादा तेल युक्त (Oily) खाना बनता है।
  • अगर पहली परत में तेल का जमाव हो भी जाए तो चिमनी के सक्शन पावर पर कोई असर नहीं पड़ता।
  • बैफ़ल फ़िल्टर वाली चिमनियों में ऑटो क्लीन फ़ीचर मिल सकता है (और नहीं भी)
  • फ़िल्टर को किसी भी डिटेरजेंट + गर्म पानी के घोल से पोंछ कर साफ़ करना आसान होता है।

बैफ़ल फ़िल्टर फ़िल्टर ख़ामियाँ

  • हर 5-6 महीने में एक बार साफ़ करना ज़रूरी, कुछ महीने बाद जंग लग जाता है। इसलिए आप केवल स्टील की बनी हुई बैफ़ल फ़िल्टर वाली चिमनी लें ताकि जंग न लगे।
  • हर 4-5 साल में फ़िल्टर बदलना पड़ता है।

चारकोल फ़िल्टर (Charcoal filter)

इसमें चारकोल के दानों की परत होती है। इनका मुख्य काम दुर्गंध को सोखना है। इसकी क्षमता फ़िल्टर की मोटाई और चारकोल के दानों के आकार पर निर्भर करती है। ये फ़िल्टर डक्ट्लेस चिमनी (Ductless chimney) में इस्तेमाल होता है। 

चारकोल फ़िल्टर (Charcoal filter)

चारकोल फ़िल्टर की खूबियाँ

  • चारकोल फ़िल्टर वाली चिमनियों में ऑटो क्लीन फ़ीचर ज़रूर मिलता है।

चारकोल फ़िल्टर की ख़ामियाँ

  • इसे साफ़ नहीं किया जा सकता, हर 3-4 महीने में इसे बदलना पड़ता है।

ऑटो क्लीन किचन चिमनी

कुछ चिमनियों में ऑटो-क्लीन फीचर होता है, यानी ये चिमनियां खुद को साफ़ कर सकती हैं।

चिमनी का एक ख़ास हिस्सा 15 से 20 मिनट तक गर्म होता है और इसके फ़िल्टर में जमा चिपचिपी, चिकनाई वाली गंदगी, लिक्विड में बदल जाती है। ये गंदगी Oil Collector Tray में इकट्ठा हो जाती है।

चिमनी के चौड़ाई का हिसाब कैसे लगाएँ

कितने बर्नर का कुक टॉप हैकितने साइज़ की किचन चिमनी लेना चाहिये
3 बर्नर तक का60 सेंटी मीटर की चिमनी
5 बर्नर तक का90 सेंटी मीटर की चिमनी
  • चिमनी और कुक टॉप के बीच दूरी 24 से 30 इंच होनी चाहिए।

धुआँ सोखने की क्षमता (Chimney Suction Capacity)

चिमनी का फ़ैन/ ब्लोअर की धुआँ सोखने या चूसने की क्षमता को CFM (Cubic Feet of air Moved per minute) में नापा जाता है।

Suction Capacity, चिमनी का प्रमुख फ़ीचर है।

चिमनी का चुनाव करते समय सही Suction Capacity वाली चिमनी का चुनाव करना चाहिए।

कम Suction Capacity वाली चिमनी धुएँ को बाहर नहीं निकाल सकती और ज़्यादा Suction Capacity वाली चिमनी ज़्यादा आवाज़ करती है।

किचन चिमनी के Suction Capacity को चार कटेगरी में रखा जाता है:

  • 799 CFM तक
  • 800 से 999 CFM तक
  • 1000 से 1199 CFM तक
  • 1200 CFM से ज़्यादा

किचन चिमनी वाटेज

चिमनी की मोटर, चिमनी की Suction Capacity के आधार पर 150 से 250 वाट बिजली का इस्तेमाल करती है। अगर चिमनी में ऑटो-क्लीन फीचर है तो 100 वॉट बिजली अलग से इस्तेमाल होती है।

  • इलेक्ट्रिक चिमनी मोटर 150 से 250 वाट
  • लाइट 50 वाट
  • ऑटो क्लीन फीचर 100 वाट
  • कुल 400 वाट

चिमनी के अन्य फ़ीचर्स

ऑटो क्लीन चिमनी (Auto clean chimney)

जब चिमनी चालू रहती है, उसी दौरान 15-20 मिनट के लिए गर्म भी हो जाती है, जिससे चिमनी में जमा चिपचिपी तेल वाली गंदगी, लिक्विड में बदल जाती है और यह बाहर निकाल दी जाती है। इस तरह चिमनी खुद ही साफ़ होती है।

LED Lights

इससे कुक टॉप पर अच्छी रोशनी पढ़ती है, जिससे खाना बनाने के दौरान पर्याप्त लाइट मिलती है।

Touch control

चिमनी के अच्छी तरह से चलाने में यह काफ़ी उपयोगी होते है।

Motion Sensor Control

खाना बनाने के दौरान अगर आपके हाथों में कुछ लगा है और तो आप चिमनी को बिना छुए ही, हाथ के हल्के motion से चालू या बंद कर सकते हैं।

ऑटो हीट सेन्सर (Auto heat sesor)

जैसे ही आप खाना बनाने के लिए गैस-चूल्हा चालू करते हैं, चिमनी अपने आप चालू हो जाती है।

इंडिकेटर / बज़र (Indicator / buzzer)

जैसे ही फ़िल्टर को साफ़ करने या उसे बदलने का समय होता है, चिमनी इंडिकेटर लाइट या अलार्म बजा कर आपको सूचित करती है।

बिजली का खर्च

चिमनी के इलेक्ट्रिक मोटर 150 से 250 वाट के बीच बिजली का इस्तेमाल करती है, जो कि चिमनी के suction power पर निर्भर करती है। अगर चिमनी में ऑटो क्लीन फ़ीचर है तो 100 वाट की बिजली का अलग से इस्तेमाल होगा।

  • इलेक्ट्रिक चिमनी मोटर 150 से 250 वाट
  • लाइट 50 वाट 
  • ऑटो क्लीन फ़ीचर 100 वाट
  • कुल मिलाकर 400 वाट 

इंस्टालेशन (Installation)

ज़्यादातर कम्पनियाँ wall mounted chimney के लिए लगभग 500 रुपये लेती हैं और Island mounted chimney के लिए लगभग 1500 रुपये लेती हैं। पाइपों का खर्चा (Ducting cost) लगभग 500 से 1000 के बीच पड़ता है, जो कि पाइपों की लम्बाई पर निर्भर करता है। कम्पनी के टेक्नीशियन आने के पहले पाइपों के निकलने की जगह जैसे झरोखे आदि का काम करवाना पड़ता है।

वारंटी और सर्विस (Warranty & Service)

किचन चिमनी में वारंटी अक्सर चिमनी और मोटर की अलग-अलग मिलती है। ज़्यादातर ब्रांड में चिमनी की वारंटी 1 साल और मोटर की वारंटी 5 साल के लगभग होती है। जिस चिमनी में ये वारंटी पीरियड ज़्यादा मिले, उसे चुनना चाहिये।

ब्रांड के हिसाब से सर्विस भी अलग-अलग मिलती है। चिमनी ख़रीदने के पहले ये ज़रूर पता लगायें कि उसकी सर्विस आपके शहर में उपलब्ध है या नहीं।

किसी ब्रांड की सर्विस क्वालिटी और ग्राहकों के अनुभवों को जानने के लिए, आपको ऑनलाइन स्टोर, फ़ोरम, सोशल मीडिया वेबसाइटों जैसे फेसबुक और ट्विटर, ब्रांड के YouTube कमेंट सेक्शन और यहां तक ​​कि Quora जैसी वेबसाइटों पर भी ग्राहकों का रिव्यू पढ़नी चाहिए।

साथ ही आपको अपने दोस्तों और परिचितों से, किचन चिमनी के ब्रांड के साथ उनके अनुभव के बारे में भी चर्चा करनी चाहिये।

इस लेख को पढ़ने के बाद, उम्मीद है, अब आपको काफ़ी जानकारियाँ मिल गई होंगी, जिसके आधार पर आप अपनी रसोई के लिए एक अच्छी चिमनी ले सकते हैं।

Sources

  • 1
    Governmental Authority, National Library of Medicine, Go to source

Written by Yogendra Rai

अक्सर लोग, होम एप्लायंस को ख़रीदकर इस्तेमाल करते हैं लेकिन मैं इनका इस्तेमाल एक अलग नज़रिए से करता हूँ। ऐसा इसलिए ताकि मैं इनके फ़ीचर्स या खूबियों को परख सकूँ, इनकी ख़ामियों को जान सकूँ।फिर इन सभी जानकारियों को इकट्ठा करके आपके सामने इन्हें पेश कर करता हूँ, ताकि आप इन होम एप्लायंस को ख़रीदने के पहले इनके बारे में अच्छी तरह से जान सकें और अपने बजट / ज़रूरतों के अनुसार सही प्रोडक्ट को ख़रीद सकें।

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